क्या आप प्रेगनेंसी के बारे में विचार कर रहे है या फिर आपने गर्भवती होने की कोशिश कर रहे है और आप जानना चाहते है की रूबेला वैक्सीन प्रेगनेंसी से पहले क्यों लेनी चाहिए, तो इसके लिए आपको यह लेख पूरा पढना होगा. क्योंकि आज के इस आर्टिकल के द्वारा आपको पूरी जानकारी मिल जाएगी की आपको रूबेला कब लेनी है, रूबेला वैक्सीन की प्राइस क्या है और कहा मिलेगी।
संतान प्राप्ति के लिए विचार करना करना हर जोड़े के लिए एक बड़ा फैसला होता है। और माता-पिता के रूप में हम अपने आने वाले बच्चे के स्वास्थ्य और भलाई के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते हैं।इस सफ़र में टीकाकरण (Vaccinations) एक प्रमुख भूमिका निभाता है जो बच्चे के मां के गर्भ में प्रवेश करने से पहले ही शुरू हो जाती है। जिसमे Rubella vaccine dose मुख्य है
एक गर्भवती महिला के शरीर में विकसित एंटीबॉडी मां और बच्चे दोनों को गंभीर संक्रमण से बचा सकती हैं। उन्हें नाल के माध्यम से बच्चे को भी पारित किया जा सकता है। और गर्भावस्था दरमियान बच्चे को सुरक्षा मिली रहे जब तक कि बच्चे का जन्म के बाद का टीकाकरण का कार्यकर्म चालू ना होजाये . हालांकि ये वैक्सीन डॉक्टर की सलाह पर लगती हैं। आइए जानते हैं Rubella vaccine के बारे में।
what is rubella vaccine in hindi. ( रूबेला वैक्सीन क्या है )
रूबेला दुर्लभ है लेकिन अगर आप गर्भवती हैं तो यह अजन्मे बच्चे के लिए खतरनाक हो सकता है। इससे पहले कि आप बच्चे के लिए प्रयास करना शुरू करें, आप यह सुनिश्चित करके इसे रोक सकते हैं कि आपके पास MMR टीकाकरण है, जिसमें रूबेला भी शामिल है।
रूबेला (जर्मन खसरा के रूप में भी जाना जाता है) एक वायरस के कारण होने वाली बीमारी है।
वायरस हवा से पैदा होता है, जिसका अर्थ है कि जब आप खांसते या छींकते हैं तो यह हवा के माध्यम से फैल सकता है।
रुबेला वैक्सीन के अभाव में भी प्रेगनेंसी के दौरान मिसकैरिज की आशंका रहती है। इसके अलावा जन्म लेने वाले बच्चे में कई प्रकार की दिक्कत होने का खतरा भी रहता है। यहां तक कि नवजात को दिल, आंख और दिमाग की भी दिक्कत हो सकती है।
Most common rubella symptoms in hindi (रूबेला के लक्षण )
- निम्न-श्रेणी का बुखार (102 F/38.9 C से कम )
- गर्दन के पीछे सूजन
- सर्दी-जुकाम के लक्षण
- बंद नाक
- गले में दर्द
- मुंह में दानें हो जाना
- चेहरे और गर्दन पर लाल धब्बे
कुछ लोगों में बिल्कुल भी कोई लक्षण नहीं होते हैं और हो सकता है कि उन्हें पता ही न हो कि वे संक्रामक हैं। इसका मतलब है कि वे बिना जाने समझे किसी और को वायरस दे सकते हैं।
कोई भी लक्षण विकसित होने से पहले एक व्यक्ति में 21 दिनों तक वायरस हो सकता है।
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Why is Rubella dangerous for pregnant women?
रूबेला होना गर्भवती महिलाओं के लिए खतरनाक क्यों है?
रूबेला बच्चे के विकास के लिए बहुत खतरनाक हो सकता है, खासकर गर्भावस्था के शुरुआती चरणों में।
अगर, गर्भावस्था के पहले तीन महीने में में आपको रूबेला हो जाए, तो सी.आर.एस. शिशु के स्वास्थ्य के लिए ज्यादा खतरनाक हो सकता है। प्रेगनेंसी के तीसरे महीने से पहले अगर आपको रूबेला इनफेक्शन हो जाए तो, शिशु को सीआरएस होने का खतरा सबसे ज्यादा रहता है। गर्भावस्था के इस चरण में जिन गर्भवती महिलाओं को रूबेला होता है, उनमें से 10 में से 9 के शिशु जन्मजात रुबेला सिंड्रोम के साथ पैदा होते हैं।
1 और 16 सप्ताह के बीच यह जोखिम तेजी से घट जाता है। इस दौरान 10 में से केवल एक या दो शिशुओं में ही सीआरएस होने का खतरा रहता है। 16 और 20 सप्ताह के बीच, सीआरएस होना काफी दुर्लभ है और अगर यह हो भी जाए तो शिशु में इनफेक्शन का मुख्य प्रभाव बहरापन ही होता है।
पांचवे महीने के बाद कभी किसी गर्भवती महिलाको ऐसी कोई समस्या आने का मामला सामने नहीं आया।
गर्भस्थ शिशु में जन्मजात रूबेला सिंड्रोम (सीआरएस) विकसित होने का भी खतरा रहता है। सीआरएस की वजह से शिशु में गंभीर जन्मजात विकार हो सकते हैं,
जिनमें शामिल हैं:
Rubella during pregnancy effects on baby (रूबेला होने से गर्भस्थ शिशु के विकार)
- मस्तिष्क, यकृत, फेफड़ों को क्षति
- अस्थि मज्जा (बोन मैरो) को क्षति
- शारीरिक विकृति (microcephaly)
- गर्भावस्था के दौरान कम विकास
- हृदय से जुड़ी विसंगतियां (heart defects)
- बहरापन (hearing loss)
- गर्भपात (miscarriage)
कभी कभी शिशु के जन्म के तुरंत बाद पता नहीं चलता उनके बड़े होने पर समस्याएं सामने आती है
रूबेला एक दुर्लभ बीमारी है, लेकिन अगर आप संतान की योजना बना रहे हैं तो यह महत्वपूर्ण है कि कोई जोखिम न लें। गर्भ धारण करने की कोशिश शुरू करने से पहले आप टीका लगवाकर अपने बच्चे की रक्षा कर सकती हैं।
Rubella vaccination pregnancy schedule रूबेला वैक्सीन कब लगवानी चाहिए
गर्भवती होने की कोशिश करने से कम से कम एक महीने पहले इसे प्राप्त करना सबसे अच्छा है। तीन महीने पहले ले सके तो सबसे अच्छा रहेगा। चूंकि यह एक जीवित टीका है (यह आपके शरीर को इसके खिलाफ प्रतिरक्षा विकसित करने के लिए वायरस के एक बहुत कमजोर रूप का उपयोग करता है), इसलिए इसे गर्भवती महिला को नहीं दिया जा सकता है।
इसलिए आपको आखिरी एमएमआर टीका लगवाने के बाद एक और महीने तक गर्भ धारण नहीं करनेकी सलाह दी जाती है
अगर, आप गर्भधारण के प्रयासों के बीच डॉक्टर से मिलती हैं, तो बेहतर होगा कि आप गर्भवती होने से पहले ही अपनी प्रतिरक्षण क्षमता की जांच करा लें। और इस तरह, गर्भ धारण करने से पहले ही अपना टिका करन करवा सकते है।
Rubella vaccine price (रूबेला वैक्सीन की कीमत)
भारत सरकार ने 100% रूबेला टीकाकरण को प्राप्त करने का विश्वास व्यक्त किया था। भारत में सरकारी टीकाकरण केंद्रों पर Rubella vaccine मुफ्त दी जा रही है। हालांकि, यदि आप किसी निजी अस्पताल में टीका लगवाते हैं, तो आपको प्रति खुराक 120 – 150 रुपये तक का भुगतान करना पड़ सकता है।
रूबेला कब लगाया जाता है?
गर्भवती होने की कोशिश करने से कम से कम एक महीने पहले इसे प्राप्त करना सबसे अच्छा है।
क्या रूबेला वैक्सीन के साइड इफेक्ट होते हैं?
नहीं कोई साइड इफ़ेक्ट नहीं है, कभी कभी वैक्सीन लेने के बाद हल्का बुखार आ सकता ह।
रूबेला वैक्सीन कीमत क्या है?
भारत में सरकारी टीकाकरण केंद्रों पर Rubella vaccine मुफ्त दी जा रही है।